आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का डर सता रहा है. दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया पर आशंका जताई है कि पूछताछ के बहाने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है. केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है. उधर, आतिशी ने दावा किया है कि ईडी केजरीवाल के घर रेड कर सकती है और उन्हें गिरफ्तार कर सकती है.
बता दें कि आज गुरुवार से दिल्ली में आप का जन संवाद अभियान भी शुरू हो रहा है. मैं भी केजरीवाल जन संवाद अभियान के जरिए आप घर-घर पहुंचेगी. अभियान में दिल्ली के सभी मंत्री, विधायक और पार्षद शामिल होंगे. अभियान के शुरू होने से पहले आप नेताओं को डर है कि केजरीवाल अरेस्ट हो सकते हैं.
दरअसल, दिल्ली शराब घोटाले में ईडी केजरीवाल को समन भेज रही है, लेकिन वह जांच एजेंसी के सामने जा ही नहीं रहे हैं. ईडी केजरीवाल को तीन बार पूछताछ के लिए बुलाई है, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तीनों बार ईडी के नोटिस को नजरअंदाज किया है. केजरीवाल को बुधवार को ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन वह सिर्फ जवाब भेज दिए. उन्होंने नोटिस को गैरकानूनी बताया और सवाल उठाया कि चुनाव से पहले ही नोटिस क्यों मिला है. ईडी इससे पहले 2 नवंबर और 21 दिसंबर को भी केजरीवाल को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाई थी.
दिल्ली शराब घोटाला क्या है?
2021-22 में दिल्ली में नई शराब नीति लागू हुई थी. नई नीति में शराब कारोबार निजी हाथों में सौंपा गया. नई नीति में डीलर्स को फायदा पहुंचाने का आरोप है. उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी. रिपोर्ट में नई नीति में गड़बड़ियों का अंदेशा जताया गया. नई नीति से 144 करोड़ के घोटाले का आरोप लगा. रिपोर्ट के आधार पर CBI जांच को मंजूरी दी गई. तत्कालीन आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया पर आरोप लगे. 26 फरवरी 2023 को मनीष सिसोदिया गिरफ्तार किया गया.
शराब घोटाले में कब-कब क्या हुआ?
अगस्त 2022- सीबीआई ने केस दर्ज किया 23 अगस्त 2022- ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया सितंबर 2022- आरोपी विजय नायर की गिरफ्तारी हुई 25 नवंबर 2022- सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की 26 फरवरी 2023- मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई अप्रैल 2023- सीएम केजरीवाल से सीबीआई ने पूछताछ की 4 अक्टूबर 2023- संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई 3 जनवरी 2024- केजरीवाल को तीसरी बार समन भेजा गया
ईडी के पास क्या विकल्प हैं
ईडी केजरीवाल को फिर समन भेज सकती है. जांच एजेंसी अदालत की मदद ले सकती और वारंट जारी करने की मांग कर सकती है. ईडी को अदालत के सामने सबूत पेश करने होंगे.
पहले भी रहा है गिरफ्तारी का डर
ये कोई पहली बार नहीं आप नेताओं को केजरीवाल की गिरफ्तारी का डर सता रहा है. इससे पहले पिछले साल 16 अप्रैल को जब सीबीआई ने केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था तब भी आप नेताओं ने दिल्ली सीएम की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. इसके बाद ईडी ने 2 नवंबर को पहली बार केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था. तब भी आप नेता आतिशी ने सीएम की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. हालांकि केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे. बता दें कि आप के कई बड़े नेता अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में सत्येंद्र जैन, शराब घोटाले के आरोप में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह अरेस्ट हो चुके हैं.
केजरीवाल कैसे आए रडार पर?
अब सवाल है कि अरविंद केजरीवाल जांच एजेंसियों के रडार पर कैसे आए. उनका नाम न तो आरोपी के तौर पर किसी FIR में दर्ज है और न ही किसी चार्जशीट में. जानकारी के मुताबिक, CBI और ED के जो रिमांड नोट हैं उनमें केजरीवाल के नाम का जिक्र है. आरोप है कि आबकारी विभाग में सचिव रहे सी.अरविंद ने पूछताछ के दौरान कबूल किया था कि मार्च 2021 को सिसोदिया ने उन्हें केजरीवाल के आवास पर बुलाया था, वहां सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे. उन्होंने शराब कारोबारियों के लिए कमीशन बढ़ाने के लिए ड्राफ्ट तैयार करने को कहा था.
केजरीवाल के घर पर ही शराब कारोबारियों के लिए प्रॉफिट मार्जिन 12% तय किया गया था और ये आदेश मौखिक था. CBI ने मनीष सिसोदिया से इन आरोपों का सच जानने के लिए सी.अरविंद और आबकारी आयुक्त रहे ए.गोपी कृष्ण का सिसोदिया से आमना-सामना भी कराया था. आरोपी विजय नायर के फोन से केजरीवाल ने फेस टाइम पर वीडियो कॉल करके उन्हें कहा था कि विजय नायर उनका बच्चा है और वो उन पर भरोसा करें.